10 उपग्रहों के साथ PSLV-C49 लॉन्च करने के लिए ISRO, काउंटडाउन शुरू, आज 3.02 बजे शुरू
इसरो (PSLV-C49) के इस रॉकेट के दस उपग्रहों के साथ शनिवार दोपहर 02:00 बजे प्रक्षेपित किए जाने की उम्मीद है। बता दें कि PSLV-C 49 देश के रडार इमेजिंग सैटेलाइट (उपग्रह) और 9 अन्य विदेशी उपग्रहों को ले जाएगा।
इसरो अंतरिक्ष में एक बार फिर से अपना परचम लहराने जा रहा है। 10 उपग्रहों के साथ लॉन्च किए गए PSLV-C49 की उलटी गिनती शुरू हो गई है। शनिवार को पहले लॉन्च पैड से रॉकेट लॉन्च के लिए 26 घंटे की उलटी गिनती आज यानि शुक्रवार दोपहर से शुरू हो गई है। रॉकेट को शनिवार दोपहर 02:00 बजे दस उपग्रहों के साथ लॉन्च किए जाने की उम्मीद है। पीएसएलवी सी -49 देश के रडार इमेजिंग उपग्रह (उपग्रह) और 9 अन्य विदेशी उपग्रहों को ले जाएगा।
पहले लॉन्च पैड से रॉकेट लॉन्च के लिए 26 घंटे की उलटी गिनती शुरू होगी। इन 10 उपग्रहों वाले रॉकेट को 7 नवंबर यानी शनिवार को दोपहर 3 बजे श्रीहरिकोटा रॉकेट पोर्ट से लॉन्च किया जाना है। यदि शनिवार शाम को ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण वाहन (PSLV-C49) उड़ान के साथ सब कुछ ठीक हो जाता है, तो भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी के पास अब तक भुगतान किए गए अंतरिक्ष में कुल 328 विदेशी उपग्रह होंगे। इस साल, इसरो 7 नवंबर को लॉन्च करने वाला पहला उपग्रह होगा।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से लॉन्च करने की जानकारी दी गई है। इस क्रम में इसरो के उपग्रह EOS को PSLV C-49 रॉकेट के साथ लॉन्च किया जाएगा। खास बात यह है कि सी -49 न केवल एक भारतीय को उड़ाएगा, बल्कि नौ विदेशी उपग्रहों के साथ भी उड़ान भरेगा। लॉन्च किए जाने वाले 9 विदेशी उपग्रहों में लिथुआनिया (1-टेक्नोलॉजी डेमोंस्ट्रेटर), लक्समबर्ग (क्लियोस स्पेस द्वारा 4 मैरीटाइम एप्लीकेशन सैटेलाइट) और यूएस (4-लेमूर मल्टी-मिशन रिमोट सेंसिंग सैटेलाइट) शामिल हैं।
यह प्रस्तावित प्रक्षेपण इस साल के भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के लिए पहला अंतरिक्ष मिशन होगा। आपको बता दें कि EOS-01 अर्थ ऑब्जर्वेशन रीसेट उपग्रह की एक उन्नत श्रृंखला है। इसमें एक सिंथेटिक एपर्चर रडार (SAR) है, जो किसी भी समय और किसी भी मौसम में पृथ्वी की निगरानी कर सकता है। इस उपग्रह की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यह बादलों के बीच भी पृथ्वी को देख सकता है और एक स्पष्ट तस्वीर ले सकता है। यह दिन और रात की तस्वीरें ले सकता है और निगरानी के साथ-साथ नागरिक गतिविधियों के लिए उपयोगी है।